Health benefits of eating dry fruits daily for 30 plus women.

महिलाओं के शरीर में 30 की उम्र के बाद कई बदलाव आते हैं. हड्डियों की मजबूती कम होने लगती है, मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, स्किन पर एजिंग के असर दिखने लगते हैं और एनर्जी लेवल पहले जैसा नहीं रहता. ऐसे में डाइट में हेल्दी फूड शामिल करना बेहद जरूरी हो जाता है. ड्राई फ्रूट्स एक बेहतरीन सुपरफूड हैं, जो हेल्थ, स्किन और एनर्जी के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं.

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में जरूरी है कि महिलाएं भी अपनी डाइट का खास ख्याल रखें. दरअसल, खराब लाइफस्टाइल की वजह से महिलाएं कम उम्र में ही गंभीर बीमारियों की गिरफ्त में आ रही हैं. ऐसे में बैलेंस्ड डाइट पर फोकस करना बेहद जरूरी हो गया है. ड्राई फ्रूट्स इसी बैलेंस्ड डाइट का एक अहम हिस्सा हैं. ऐसे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ किरण गुप्ता से जानते हैं कि 30 प्लस महिलाओं को रोजाना ड्राई फ्रूट्स क्यों खाने चाहिए.

डॉ किरण गुप्ता ने बताया कि 30 प्लस महिलाओं के लिए ड्राई फ्रूट्स सुपरफूड की तरह काम करते हैं. ये ना सिर्फ हड्डियों और हार्ट को हेल्दी रखते हैं, बल्कि स्किन, बाल और ब्रेन हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं. महिलाएं रोजाना मुट्ठीभर ड्राई फ्रूट्स खाने की आदत डालें और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं.

हड्डियों को मजबूत बनाए

डॉ किरण गुप्ता ने बताया कि 30 साल की उम्र के बाद महिलाओं में कैल्शियम और विटामिन D की कमी होने लगती है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं. बादाम, अखरोट और अंजीर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाव करता है.

हार्मोनल बैलेंस बनाए रखे

30 की उम्र के बाद महिलाओं में हार्मोनल बदलाव तेजी से होने लगते हैं. खासकर पीरियड्स और प्री-मेंनोपॉज के दौरान. अखरोट और काजू में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो हार्मोन बैलेंस करने में मदद करता है. वहीं, अंजीर और किशमिश में आयरन होता है, जो पीरियड्स के दौरान आयरन की कमी को दूर करता है.

मेटाबॉलिज्म और वजन कंट्रोल में मददगार

30 साल उम्र के बाद महिलाओं में मेटाबॉलिज्म धीमा होने लगता है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है. ड्राई फ्रूट्स में गुड फैट्स और फाइबर होते हैं, जो पेट लंबे समय तक भरा रखते हैं और ओवरईटिंग से बचाते हैं. मूंगफली, चिया सीड्स और फ्लैक्स सीड्स मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं और वेट लॉस में मददगार होते हैं.

दिल को रखे हेल्दी

30 की उम्र के बाद दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. ड्राई फ्रूट्स जैसे अखरोट, बादाम और पिस्ता में हेल्दी फैट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखते हैं और हार्ट डिजीज से बचाते हैं. रोजाना 5-6 भीगे हुए बादाम या 2 अखरोट खाने से हार्ट हेल्दी रहता है.

स्किन और बालों के लिए फायदेमंद

एजिंग के असर 30 के बाद स्किन पर दिखने लगते हैं. ड्राई फ्रूट्स में विटामिन E और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो स्किन को ग्लोइंग बनाते हैं और झुर्रियों को कम करते हैं. बादाम और अखरोट बालों को मजबूत बनाते हैं और हेयर फॉल कम करने में मदद करते हैं.

ब्रेन पॉवर बढ़ाए

अखरोट और बादाम ब्रेन फंक्शन को बूस्ट करने के लिए जाने जाते हैं. ये मेमोरी और फोकस बढ़ाने में मदद करते हैं. खासतौर पर 30 के बाद महिलाओं को ब्रेन हेल्थ का ध्यान रखना जरूरी होता है, ताकि स्ट्रेस और एंग्जायटी को मैनेज किया जा सके.

कैसे और कितने ड्राई फ्रूट्स खाएं?

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ किरण गुप्ता ने बताया कि ड्राई फ्रूट्स खाने का सही तरीका और सही मात्रा बहुत जरूरी है ताकि उनका पूरा फायदा मिल सके. उन्होंने कहा कि आप ड्राई फ्रूट्स को हमेशा भिगोकर ही खाएं. भीगे हुए ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना ज्यादा फायदेमंद होता है. सुबह के समय खाली पेट 5-6 भीगे हुए बादाम खाना सबसे अच्छा होता है, क्योंकि इससे डाइजेशन बेहतर होता है और दिमाग तेज रहता है.

2-3 अखरोट ब्रेन और हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं, जबकि 8-10 किशमिश आयरन की कमी दूर करने और स्किन ग्लोइंग बनाने में मदद करती है. हड्डियों की मजबूती के लिए 1-2 अंजीर खाना अच्छा होता है. अगर आपको एनर्जी बूस्ट करनी हो, तो 4-5 काजू और पिस्ता खा सकते हैं, लेकिन इन्हें सीमित मात्रा में ही लें, क्योंकि इनमें कैलोरी ज्यादा होती है. बेहतर डाइजेशन के लिए किशमिश और अंजीर को रातभर भिगोकर खाना फायदेमंद होता है. अगर वजन कम करना चाहते हैं, तो ड्राई फ्रूट्स को स्नैक्स के रूप में लें, लेकिन तले हुए या शक्कर से कोटेड ड्राई फ्रूट्स से बचें.

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